सिन्धु सभ्यता महत्वपूर्ण तथ्य
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सिंधु घाटी सभ्यता के महत्वपूर्ण तथ्य
जॉन मार्शल, ‘सिंधु घाटी सभ्यता’ शब्द का प्रयोग करने वाले पहले विद्वान थे। सभ्यता का विकास 2500 ईसा पूर्व – 1750 ईसा पूर्व में हुआ।
भौगोलिक विस्तार
1.सीमा: उत्तर में जम्मू से दक्षिण में नर्मदा के मुहाने तक। पश्चिम में मकरान तट से पूर्व में मेरठ तक।
Image source: NCERT
2. प्रमुख शहर
शहर
नदी
पुरातात्विक महत्व
हड़प्पा
रावी
6 अनाजों की एक पंक्ति, देवी माता की मूर्ति
मोहनजोदड़ो
सिंधु
अनाज, बृहत स्नानागार, पशुपति महादेव की मूर्ति, दाढ़ी वाले आदमी की मूर्ति और एक नर्तकी की कांस्य की मूर्ति
लोथल
भोगवा
बंदरगाह शहर, दोहरी कब्रगाह, टेराकोटा की अश्व की मूर्तियां
चन्हूदड़ो
सिंधु
बिना दुर्ग का शहर
धौलावीरा
सिंधु
तीन भागों में विभाजित शहर
शहर योजना एवं संरचना
शहर योजना की ग्रिड प्रणाली (शतरंज-बोर्ड)ईंट की पंक्तियों वाले स्नानागार और सीढियों वाले कुओं के साथ आयताकार घर पाए गए हैं।पकी ईंटों का इस्तेमालभूमिगत जल निकास व्यवस्थाकिलाबंद दुर्ग
सिंधु घाटी सभ्यता की कृषि
हिन्डन- कपास- प्रमुख व्यापार- कपास का उत्पादन करने वाले प्रारंभिक लोगचावल भूसी के साक्ष्य पाए गएगेहूं और जौ की खेती प्रमुख रूप से पाई गई।लकड़ी के खंभों का प्रयोग। उन्हें लोहे के औजारों की कोई जानकारी नहीं थी।
पशुपालन
बैल, भैंस, बकरी, भेंड़ और सुअर का पालन किया जाता था।गधे और ऊंट का प्रयोग बोझा ढ़ोने में किया जाता था।हाथी और गेंडे की जानकारी थी।सुतकांगेडोर में घोड़ों के अवशेष और मोहनजोदड़ो और लोथल में घोड़े के साक्ष्य भी प्राप्त हुए हैं। लेकिन सभ्यता घोड़े पर केंद्रित नहीं थी।
प्रौद्योगिकी और शिल्पकला
कांस्य (तांबे और टिन) का व्यापक प्रयोगपत्थर के औजारों का प्रचलनकुम्हार द्वारा निर्मित पहियों का पूर्णत: उपयोगकांस्य आभूषण, सोने के आभूषण, नाव-बनाने, ईंट बिछाने आदि अनेक व्यवसाय पाए गए थे।
व्यापार: सिंधु घाटी सभ्यता
अनाज, वज़न और माप, सील्स और यूनीफार्म स्क्रिप्ट की उपस्थिति व्यापार के महत्व का प्रतीक है।वस्तु-विनिमय प्रणाली का व्यापक उपयोग।लोथल, सुतकांगेडोर व्यापार के लिए प्रयोग किए जाने वाले बंदरगाह शहर थे।व्यापार स्थल- अफगानिस्तान, ईरान और मध्य एशिया। मैसोपोटामिया सभ्यता से संपर्क के भी दर्शन होते हैं।
राजनीतिक संगठन
एक मजबूत केंद्रीय प्राधिकरण के माध्यम से प्राप्त सांस्कृतिक एकरूपताकिसी मंदिर या धार्मिक संरचना की उपस्थिति के साक्ष्य नहीं पाए गए। हड़प्पा संभवत: व्यापारिक वर्ग द्वारा शासित था।हथियारों का प्रयोग के ज्यादा साक्ष्य नहीं मिले
धार्मिक प्रथाएं
देवी माता की टेराकोटा की मूर्तिफल्लू और योनि पूजापशुपति महादेव की मूर्ति उनके पैरों के पास दो हिरण सहित हाथी, बाघ, गेंडे और एक सांड से घिरी हुई पाई गई।
पेड़ और पशु पूजा
पीपल के पेड़ की पूजा के साक्ष्य मिलेगेंडे के रूप में एक सींग वाले यूनीकॉर्न और कूबड़ वाले सांड़ की पूजा सामान्य रूप से दिखती थी।भूत और आत्माओं को भगाने के लिए ताबीज का प्रयोग
हड़प्पा की लिपि: सिंधु घाटी सभ्यता
हड़प्पा की लिपि पिक्टोग्राफिक (Pictographic) ज्ञात थी लेकिन अब तक इसकी व्याख्या नहीं की गई है।ये पत्थरों पर मिलती है और केवल कुछ शब्द ही प्राप्त हुए हैंहड़प्पा की लिपि भारतीय उप-महाद्वीप में सबसे पुरानी लिपि है
वजन एवं मापन
व्यापार और वाणिज्य आदि में निजी संपत्ति के खातों की जानकारी को रखने के लिए मानकीकृत भार और मापन की इकाई का उपयोगतौल की इकाई 16 के गुणज में थी
हड़प्पा में मिट्टी के बर्तन
पेंड़ों और गोलों की आकृति सहित अच्छी तरह निर्मित मिट्टी के बर्तनों की तकनीकलाल रंग के बर्तनों पर काले रंग के डिजाइन का चित्रण
सील्स
सील्स का प्रयोग व्यापार या पूजा के लिए किया जाता था।सील्स पर भैंस, सांड़, बाघ आदि के चित्र पाए गए हैं
चित्र
एक नग्न महिला की कांस्य की प्रतिमा और दाढ़ी वाले आदमी की शैलखटी (steatite) प्रतिमा मिली है
टेराकोटा मूर्तियां
टेराकोटा- आग में पकी मिट्टीखिलौनों या पूजा की वस्तुओं के रूप में उपयोगहड़प्पा में पत्थर का भारी काम देखने को नहीं मिला, जो पत्थर के खराब कलात्मक कार्यों को दर्शाता है
उत्पत्ति, परिपक्वता और पतन
पुरानी-हड़प्पा बस्तियां- नीचे का सिंध प्रांत, बलूचिस्तान और कालीबंगनपरिपक्व हड़प्पा- 1900 ईसा पूर्व- 2500 ईसा पूर्वसभ्यता के पतन के कारणनिकट के रेगिस्तान के विस्तार के कारण खारेपन में बढ़ोत्तरी के फलस्वरूप प्रजनन क्षमता में कमीभूमि के उत्थान में अचानक गिरावट से बाढ़ का आनाभूकंपों ने सिंधु सभ्यता के दौरान परिवर्तन किएहड़प्पा सभ्यता आर्यों के हमलों से नष्ट हो गई
बाद का शहरी चरण (Post-urban Phase)(1900 ईसा पूर्व- 1200 ईसा पूर्व)
उप- सिंधु सभ्यता (Sub-Indus Culture)प्राथमिक ताम्रबाद की हड़प्पा सभ्यता के विभिन्न चरणों में अहार सभ्यता, मालवा सभ्यता और जार्व (Jorwe) सभ्यता का विकास
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